दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को विधानसभा चुनाव में हार के बाद सबसे बड़ा झटका लगा है । शनिवार को हेमचंद्र गोयल की अध्यक्षता में आम आदमी पार्टी के इन पार्षदों की बैठक हुई जिसके बाद उन्होंने दिल्ली नगर निगम (MCD) से इस्तीफा दे दिया और इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के नाम से नए दल के गठन का ऐलान कर दिया ।
नए दल की अगुवाई मुकेश गोयल करेंगे । इन 15 पार्षदों में दिनेश भारद्वाज, सुमन अनिल राणा, हेमचंद्र गोयल ,हिमानी जैन ,उषा शर्मा ,साहिब कुमार ,राखी यादव ,अशोक पांडेय ,राजेश कुमार ,देंवेंद्र कुमार,रोनाझी शर्मा और मनीषा शामिल हैं । पार्टी में टूट के बाद आम आदमी के पास अब 113 पार्षद रह गए हैं जबकि भाजपा के पास 117 सदस्य हैं और कांग्रेस के पास 8 पार्षद हैं ।
पार्टी नेतृत्व पर लगाए गंभीर आरोप
आप से अलग हुए पार्षदों ने इस टूट के लिए पार्टी नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया है । इन लोगों ने एक पत्र जारी कर कहा कि सत्ता में आने के बावजूद पार्टी का शीर्ष नेतृत्व MCD को सुचारू ढंग से नहीं चला पाया ।
शीर्ष नेतृत्व का निगम पार्षदों से समन्वय नहीं रहा और इसी वजह से पार्टी विपक्ष में आ गई । पार्षदों ने कहा कि पार्टी ने जनता से किए वादों को भी पूरा नहीं किया इसलिए वे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
सदन के पूर्व नेता मुकेश गोयल ने पार्टी नेतृत्व पर पार्षदों की बात न सुनने का आरोप लगाया है । उन्होने कहा कि मुझे नेता सदन बनाया गया लेकिन हमें कोई जानकारी नहीं होती थी ।
AAP ने पिछले महीने किया था मेयर चुनाव का बहिष्कार
आम आदमी पार्टी ने पिछले महीने MCD मेयर के चुनाव का बहिष्कार किया था । इसकी वजह से बीजेपी के पार्षद राजा इकबाल सिंह आसानी से मेयर चुन लिए गए । उन्हे 133 वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार मनदीप को सिर्फ 8 वोट मिले थे ।
माना जाता है कि उस वक्त भी आम आदमी पार्टी के पार्षदों में शार्ष नेतृत्व को लेकर काफी नाराजगी थी जिसकी वजह से पार्टी ने मेयर चुनाव के बहिष्कार का फैसला लिया था । अब पार्टी में टूट के बाद यह नाराजगी खुलकर सामने आ गई है