भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही युद्ध विराम हो गया है परन्तु दोनों देशों के बीच अब भी तनाव बना हुआ है । शनिवार को घोषणा के तीन-चार घंटे बाद ही पाकिस्तान ने जिस तरह से सीजफायर का उल्लंघन किया उसे देखते हुए सरहदी इलाकों में खासतौर से एहतियात बरती जा रही हैं । भारतीय सुरक्षाबलों को किसी भी उल्लंघन का ठोस और सटीक जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं ।
इस बीच ऑपरेशन सिंदूर को लेकर रविवार को सेना की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई जिसमें विस्तार से जानकारी दी गई । पीसी में भारतीय सेना के तीनों अंगों के अधिकारी मौजूद थे और इसकी शुरुआत शिव तांडव के धुन से हुई ।
थल सेना से लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, DGMO, जल सेना से वाईस एडमिरल ए एन प्रमोद डीजी, नेवल ऑपेरशन और वायु सेना से एयर मार्शल एके भारती डीजी, एयर ऑपेरशन प्रेस कॉफ्रेंस में शामिल रहे । अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पावर प्वायंट प्रेजेंटेशन के जरिए पूरे ऑपरेशन की जानकारी दी और कार्रवाई के सबूत भी दिखाए ।
सिर्फ आतंकी और उनके ठिकानों को निशाना बनाया गया
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि पहलगाम में निर्दोष और निहत्थे 26 पर्यटकों को से क्रूरता से मारा गया था जिसके बाद ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया । उन्होने कहा कि ऑपरेशन का उदेश्य आतंकवादियों और उनके ठिकानों को तबाह करना था ।
DGMO ने बताया कि भारतीय सेना के स्ट्राइक के डर से आतंकियों के कई ठिकाने पहले ही खाली कर दिए गए थे । परन्तु 9 ऐसे ठिकानों की जानकारी मिली जो एक्टिव थे । इनमें से कुछ ठिकाने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और कुछ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे ।
इनमें से मुरीदके लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ है और मुंबई हमलों में शामिल अजमल कसाब और डेविड हेडली जैसे आतंकियों को यहां ट्रेनिंग दी गई । सेना के हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए ।
IC 814 हाइजैक और पुलवामा हमले का भी हुआ हिसाब
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि भारतीय सेना के हमलों में 100 से अधिक जो आतंकवादी मारे गए उनमें यूसुफ अज़हर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे कुख्यात नाम शामिल हैं । ये आतंकी IC 814 हाइजैक और पुलवामा हमले से जुड़े थे । जनरल घई ने बताया कि एलओसी पर पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया और उनकी ओर से नागरिक क्षेत्रों जैसे गुरुद्वारों को भी निशाना बनाया गया.
पाक आर्मी या उनके इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमला नहीं किया गया
वायुसेना के डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने बेहद सावधानीपूर्वक केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया और आम नागरिकों को क्षति नहीं पहुंचने दी ।
उन्होने कहा कि मुरीदके और बहावलपुर जैसे आतंकी ठिकाने अंतरराष्ट्रीय सीमा से काफी अंदर थे । एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि IAF ने सटीक हमलों के लिए सैटेलाइट और इंटेलिजेंस आधारित टार्गेटिंग और प्रिसिशन म्यूनिशन का इस्तेमाल किया ।
पाकिस्तान के हमले में नुकसान नहीं
तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि पाकिस्तान के हमले में भारतीय सेना को कोई नुकसान नहीं हुआ । लेकिन पाकिस्तानी सेना ने एलओसी पर आम नागरिकों को निशाना बनाया । पाकिस्तान ने कई ड्रोन भेजे, जिन्हें बर्बाद कर दिया गया । पाकिस्तान की ओर से 8 और 9 मई की रात को श्रीनगर से गुजरात के नलिया तक हमले किए गए, जिसको सेना ने विफल कर दिया । जब पाकिस्तानी सेना ने लाहौर से ड्रोन से हमला किया तब जानबूझ कर ढ़ाल के लिए यात्री विमान को उड़ने दिया गया ।