दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में 25 हज़ार नई टिंकरिंग लैब और आने वाले पाँच साल में युवाओं को 10,000 फेलोशिप देने का एलान करते हुए कहा है कि देश का आने वाला AI Governance Framework एक बड़ा कदम होगा।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली में उभरते विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नवाचार सम्मेलन 2025 उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन में कहा कि भारत में साइंस एंड टेक्नॉलाजी के क्षेत्र में महिलाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं जिसकी गवाही आंकडे देते हैं।
प्रधानमंत्री ने हाल के वर्षों में चंद्रयान के सफल प्रक्षेपण ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की Space Station की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि इतिहास में कुछ क्षण ऐसे आते हैं, जिनसे कई पीढ़ियों को मोटिवेशन मिलता है।उन्होंने कहा कि इन सफलताओं से नई पीढ़ी में पैदा हुई जिज्ञासा का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जितने ज़्यादा प्रतिभाशाली युवाओं को Science, Technology और Innovation की दिशा में ले जाया जा सकें, उतना ही बेहतर होगा। उन्होंने बताया कि इसी सोच के साथ देशभर में लगभग 10,000 अटल टिंकरिंग लैब्स बनाई गई हैं। उन्होंने कहा, ‘आपको ये जानकर खुशी होगी कि इन लैब्स की सफलता को देखते हुए, हम 25 हजार नई अटल टिंकरिंग लैब्स भी बनाने जा रहे हैं।’
मोदी ने पिछले कुछ वर्षों में देश मेंनई यूनिवर्सिटीज़, नये IIT’s और ट्रिपल आईटी स्थापित किये जाने का हवाला देते हुए कहा कि नई एजुकेशन पॉलिसी में ये भी सुनिश्चित किया है कि युवा अब साइंस और इंजीनियरिंग जैसे STEM कोर्स अपनी स्थानीय भाषा में कर सकें।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप युवा रिसर्चर्स के बीच बहुत सफल रही है और सरकार ने आने वाले 5 वर्षों में 10,000 फेलोशिप देकर देश में R&D को और मज़बूती देने का निर्णय किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज Retail से लेकर Logistics तक, Customer Service से लेकर बच्चों के Homework तक, हर जगह AI का इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा कि India AI Mission में 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘हमारा आने वाला AI Governance Framework एक बड़ा कदम होगा जिसका मकसद है, Innovation और Safety को साथ-साथ विकसित करना। अगले वर्ष फरवरी में जब भारत Global AI Summit की मेजबानी करेगा, तो Inclusive, Ethical और Human-Centric AI के प्रयासों को नई गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों से Food Security से आगे बढ़कर Nutrition Security, Next-Generation Biofortified Crops , Low-Cost Soil Health Enhancers और Bio-Fertilisers में इनोवेशन लाने की दिशा में काम करने का आह्वान किया।