भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। 9 और 10 मई की दरम्यानी रात को पाकिस्तान ने तुर्की और अन्य देशों से मिले हथियारों की मदद से भारत के 20 से अधिक शहरों को निशाना बनाया। भारतीय सेना ने पूरी मुस्तैदी के साथ सभी ड्रोन और हमलों को नाकाम कर दिया। जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के 6 एयरबेस और कई रडार सिस्टम को ध्वस्त कर दिया है।
चंडीगढ़ और मुंबई में रक्तदान शिविर
इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में देश की जनता भी पीछे नहीं है। भारत के नागरिक ड्यूटी पर तैनात सैनिकों की सहायता के लिए रक्तदान कर रहे हैं। चंडीगढ़ और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों में ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित किए गए हैं, जहां लोग बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं।
चंडीगढ़ स्थित PGIMER अस्पताल ने जम्मू-कश्मीर और सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात सैनिकों की सहायता के लिए आपातकालीन रक्त भंडार बनाने की योजना शुरू की है। अस्पताल प्रशासन ने नागरिकों से स्वैच्छिक रक्तदान करने का अनुरोध किया है ताकि आवश्यकता पड़ने पर जवानों को समय पर रक्त उपलब्ध कराया जा सके।
मुंबई के नायर अस्पताल में 'रक्तदान देश के नाम' कैंपेन
मुंबई में नायर अस्पताल ने 'रक्तदान देश के नाम' नामक एक विशेष ब्लड डोनेशन कैम्प का आयोजन किया। अस्पताल ने स्पष्ट किया कि सेना के लिए रक्त की कमी न हो, इसके लिए यह पहल की गई है। नागरिकों से अपील की गई कि वे बढ़-चढ़कर हिस्सा लें ताकि भविष्य में किसी भी आपात स्थिति में रक्त की कमी न हो।
बता दें पाकिस्तान की ओर से हुए हमलों का भारतीय सेना ने कड़ा जवाब दिया है। भारतीय वायुसेना और सेना द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 6 एयरबेस पूरी तरह से ध्वस्त कर दिए गए हैं। साथ ही कई रडार सिस्टम और सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी नुकसान पहुंचाया गया है। यह कार्रवाई दर्शाती है कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।