कन्हैया कुमार पलायन रोको नौकरी दो पदयात्रा के तहत 15वें दिन शनिवार को अररिया में पहुंचे थे। सुबह 9 बजे अररिया कॉलेज से शुरू हुई पदयात्रा बस स्टैंड पहुंचते ही खत्म हो गई। बीच में ही यात्रा रोकनी पड़ गई और वे दिल्ली लौट गए। दरअसल, पदयात्रा में भारी बवाल हो गया इसके बाद उन्होंने यात्रा स्थगित कर दी और दिल्ली के लिए रवाना हो गए। बता दें कि पदयात्रा में एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी, विधायक आबिदुर रहमान, जिलाध्यक्ष जाकिर हुसैन खान समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
कांग्रेस वर्कर्स और बाउंसर में भिड़ंत
जानकारी के मुताबिक, कन्हैया कुमार की पदयात्रा के दौरान उस वक्त विवाद हो गया जब कुछ लोग उन्हें माला पहनाने और उनके साथ फोटो लेने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच एक विधायक के रिश्तेदार की बाउंसर से बहस हो गई। कन्हैया कुमार के पास जाने से बाउंसर लोगों को रोक रहे थे। इस दौरान बाउंसर और लोगों के बीच धक्का-मुक्की हुई और कुछ कार्यकर्ता गिर भी गए। इसके बाद विवाद बढ़ गया और आनन-फानन में पदयात्रा रोक दी गई।
कांग्रेस के लिए एक बड़ा कदम
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसकी तैयारी में सभी राजनीतिक दल राज्य में सक्रिय हैं। ऐसे में युवा नेता कन्हैया कुमार की ‘पलायन रोको नौकरी दो’ पदयात्रा को कांग्रेस के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा था। लेकिन विवाद की वजह से यात्रा स्थगित कर दिया गया है और पार्टी के नेता मामले को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं।