भारत और अंगोला के बीच साझेदारी आपसी विश्वास, सम्मान और दोनो देशों के लोगों की समृद्धि के साझा दृष्टिकोण पर आधारित है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु विभिन्न द्विपक्षीय क्षेत्रों में सहयोग को मज़बूत करने के साथ ही भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन के व्यापक ढांचे के अंतर्गत मिलकर काम करना जारी रखने की आवश्यकता है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु
अंगोला की राजकीय यात्रा पर पहली बार पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि दोनों देशों के बीच साझेदारी आपसी विश्वास, सम्मान और दोनो देशों के लोगों की समृद्धि के साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।
राष्ट्रपति की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच मत्स्य पालन, जलीय कृषि और समुद्री संसाधनों में सहयोग तथा वाणिज्य दूतावास संबंधी मामलों में सहयोग पर समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया गया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने दोनों देशों के बीच ऊर्जा व्यापार साझेदारी का उल्लेख करते हुए कहा कि अंगोला भारत की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इससे पहले अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंजाल्विस लौरेंको ने राष्ट्रपति मुर्मु का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्हें औपचारिक स्वागत और गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। दोनों नेताओं ने आमने-सामने की मुलाकात और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के व्यापक मुद्दों पर चर्चा की।
राष्ट्रपति मुर्मु शनिवार की शाम अंगोला और बोत्सवाना की अपनी राजकीय यात्रा के पहले चरण में अंगोला के लुआंडा पहुँचीं। यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की अंगोला की पहली यात्रा है। राष्ट्रपति के साथ इस राजकीय यात्रा पर जल शक्ति और रेल राज्य मंत्री वी. सोमन्ना और संसद सदस्य प्रभुभाई नागरभाई वसावा और डी. के. अरुणा भी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य हैं। लुआंडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आगमन पर, राष्ट्रपति का स्वागत अंगोला के विदेश मंत्री टेटे एंटोनियो ने किया।