GLF: सामाजिक प्रगति और एकता मज़बूत करना लेखकों की बड़ी ज़िम्मेदारी

Authored By: News Corridors Desk | 08 Nov 2025, 07:38 PM
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जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने लेखकों और विचारकों से समाज, दृष्टिकोण और विचारों के बीच एक सेतु का काम करने और "एक भारत श्रेष्ठ भारत" की भावना को मजबूत करने का आह्वान किया है।


उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि लेखक और विचारक समाज को प्रभावित करने में एक अद्वितीय स्थान रखते हैं और समानता, न्याय और बंधुत्व जैसे मूल्यों को बढ़ावा देकर सामाजिक प्रगति और एकता को मजबूत करने की एक बड़ी जिम्मेदारी रखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें अपनी रचनात्मक शक्ति का उपयोग सामाजिक परिवर्तन लाने और दुनिया को अपने कर्तव्यों के प्रति अधिक जागरूक और संवेदनशील बनाने के लिए भी करना चाहिए।


भारत डायलॉग्स द्वारा आयोजित इस महोत्सव में मॉरीशस, दक्षिण अफ्रीका, सूरीनाम, फिजी, नॉर्वे और कई अन्य देशों के प्रवासी भारतीयों के लेखक, विद्वान, कलाकार और नीति निर्माता साझा विरासत, विचारों और पहचान का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए। भारत में दक्षिण अफ्रीका के उच्चायुक्त प्रो. अनिल सूकलाल और राज्यसभा सांसद डॉ. संगीता बलवंत इस कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित अतिथियों में शामिल थे।


उपराज्यपाल ने कहा, "कड़ी मेहनत, निष्ठा, समर्पण और प्राचीन मूल्यों के पालन से प्रवासी भारतीयों ने वैश्विक पहचान हासिल की है और संबंधों को मजबूत करने में भी मदद की है।"


उपराज्यपाल ने लेखकों, विचारकों और नागरिकों से भारत को एक सशक्त और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए 10 संकल्पों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।


उपराज्यपाल ने संजीव कुमार गुप्ता द्वारा लिखित "भोजपुरी कहानियों की दुनिया" नामक पुस्तक का भी विमोचन किया।