हरियाणा के हिसार से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यूट्यूबर और ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि वह पाकिस्तान के उच्च अधिकारियों के संपर्क में थीं और भारत की गुप्त जानकारियां साझा कर रही थीं।
ज्योति मल्होत्रा के पिता ने मीडिया से बात करते हुए इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा, "कोई घूमने चला जाए तो क्या वह जासूस हो जाएगा? मेरी बेटी ने पासपोर्ट, वीजा और एंबेसी की अनुमति के साथ यात्रा की थी। सब कुछ कानूनी प्रक्रिया से हुआ था।"
पिता का कहना है कि वीजा देने से पहले प्रशासन द्वारा उनके घर पर जांच-पड़ताल की गई थी और दो लोगों को गवाह भी बनाया गया था।
पाकिस्तान यात्रा की बात स्वीकारी
जब उनसे पूछा गया कि ज्योति कब पाकिस्तान गई थी, तो उन्होंने बताया कि वह 2-3 साल पहले पाकिस्तान गई थी। हाल ही में गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद वह अपनी बेटी से मिलने भी गए थे, जहाँ ज्योति ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है और जल्द रिहा कर दिया जाएगा।
ज्योति के पिता का यह भी दावा है कि जांच एजेंसियों को उनके पास से कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि एजेंसियों ने घर से सारे डॉक्युमेंट, बैंक डिटेल्स, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सब कुछ जब्त कर लिया है, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की ठोस जानकारी सामने नहीं आई है।
पाकिस्तानी ‘दानिश’ से संपर्क से अनजान परिवार
ज्योति पर यह आरोप भी है कि वह पाकिस्तान की एक बड़ी एजेंसी के लिए काम करने वाले दानिश नामक व्यक्ति के संपर्क में थीं। इस पर उनके पिता ने कहा कि उन्हें दानिश या किसी भी पाकिस्तानी व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, "ज्योति ने कभी घर में पाकिस्तान या वहां के किसी दोस्त का जिक्र तक नहीं किया।"
ज्योति मल्होत्रा के बैंक अकाउंट में बड़ी रकम होने की बात भी सामने आई थी, लेकिन पिता ने इस दावे को भी गलत बताया। उन्होंने कहा कि ज्योति को हर महीने 15-25 हजार रुपये की आमदनी होती है, जो उसे वीडियो बनाने के बदले मिलती है।
पिता ने कहा- ‘फंसाया जा रहा है मेरी बेटी को’
ज्योति के पिता का कहना है कि उनकी बेटी एक साधारण जिंदगी जीती है, हिसार में ही रहती है और कभी-कभार दिल्ली जाती है। वे मानते हैं कि किसी साजिश के तहत उनकी बेटी को फंसाया जा रहा है।
पिता ने बताया कि जब जांच एजेंसियां उनके घर आई थीं, तो वे बैंक की कॉपियां, एफडी, चेक बुक, लैपटॉप और सभी मोबाइल फोन साथ ले गई थीं। जांच अभी जारी है, लेकिन परिवार का कहना है कि अब तक कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है।