देश के तेज विकास का रोडमैप है 'एक राष्ट्र एक चुनाव' - सुनील बंसल

Authored By: News Corridors Desk | 20 May 2025, 03:23 PM
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देश में 'एक राष्ट्र एक चुनाव' को लेकर जनमानस तैयार करने के लिए भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रव्यापी मुहिम चला रही है । इसी सिलसिले में रविवार को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने भाग लिया । केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी नागपुर से कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े । 

'एक राष्ट्र एक चुनाव' देश के विकास का रोडमैप- सुनील बंसल

तेलंगाना भाजपा की ओर से होटल कात्रिया टावर्स में बुद्धिजीवियों के लिए आयोजित इस जागरूकता अभियान में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने लोगों का ध्यान लगातार होने वाले चुनावों के कारण पेश आने वाली समस्याओं की ओर दिलाया । 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के लाभों को रेखांकित करते हुए उन्होने कहा कि यह कोई राजनैतिक एजेंडा नहीं है बल्कि राष्ट्र के विकास का रोडमैप है ।

 सुनील बंसल ने कहा कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' से 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने में मदद मिलेगी । बार-बार होने वाले चुनावों से उत्पन्न होने वाली समस्याओं की ओर ध्यान दिलाते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि इससे विकास कार्यों में रुकावट आती है, प्रशासनिक तंत्र पर दबाव बढ़ता है और जनता पर आर्थिक बोझ पड़ता है ।

उन्होंने कहा कि ONOE से चुनावी खर्च में 30-35% की कमी आ सकती है, जिससे सरकार को विकास कार्यों के लिए अधिक संसाधन मिलेंगे । इसके अलावा, चुनावी प्रचार से होने वाले प्रदूषण और प्रशासनिक दबाव में भी कमी आएगी ।

 सुनील बंसल ने यह भी कहा कि बार-बार चुनावों से परिवारवाद को बढ़ावा मिलता है, लेकिन 'एक राष्ट्र, एक चुनाव'  से इस पर रोक लगेगी और नए युवा नेताओं को अवसर मिलेगा । इससे राजनीतिक अस्थिरता कम होगी और सुशासन को बढ़ावा मिलेगा। 

'एक राष्ट्र एक चुनाव' का वक्त आ गया है - शिवराज सिंह चौहान

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कार्यक्रम में वर्चुआल माध्यम से शामिल हुए । उन्होने कहा कि हर चार से छह महीने में किसी न किसी राज्य में चुनाव हो ही रहे हैं जो देश के हित में नहीं है । उन्होने कहा कि चुनावों के लिए सिर्फ धन ही नहीं बल्कि बहुत सारे संसाधनों की आवश्यकता होती है । इसका सीधा असर देश और राज्य के विकास कार्यों पर पड़ता है । 

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमेंशा राष्ट्र को सबसे उपर रखते हैं । उनका पूरे देश में एकसाथ सभी चुनाव कराने का विचार बहुत 'प्रगतिशील' है और इससे राष्ट्र के विकास की गति और तेज होगी । 

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हाल ही में हुए आम चुनावों में 1.35 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए और विभिन्न विधानसभाओं के चुनावों के साथ-साथ उम्मीदवारों का खर्च भी 7 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है । उन्होंने कहा कि खर्च की अधिकता के साथ-साथ बार-बार होने वाले चुनावों से राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है और इसका सीधा असर सरकार की विकास और लोक कल्याणकारी योजनाों पर पड़ता है । इसलिए अब 'एक राष्ट्र एक चुनाव' का वक्त आ गया है ।

‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ भारत की प्रगति की कुंजी- जी किशन रेड्डी

केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री और तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने कहा कि बार-बार चुनाव देश के विकास और प्रगति में बाधा बन गए हैं इसलिए अब इसे बदलना जरूरी है । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगातार पुराने कानूनों को वर्तमान राजनीतिक और आर्थिक वास्तविकताओं के अनुरूप सुधारने की वकालत की है । 

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जीएसटी कार्यान्वयन, अनुच्छेद 370 को हटाना, ट्रिपल तलाक का उन्मूलन और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) की शुरुआत जैसे कानूनी बदलावों का हवाला देते हुए जी किशन रेड्डी ने कहा कि ये सब आसान निर्णय नहीं थे । परन्तु नरेंद्र मोदी का नेतृत्व, दृढ़ संकल्प औऱ राष्ट्रहित में काम करने की इच्छाशक्ति ने इन्हे संभव बनाया । 

उन्होंने कहा कि ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ को लेकर भी लोगों को जागरूक करने और राजनीतिक दलों पर दबाव बनाने की ज़रूरत है । केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे सरकारें विकास और जन कल्याण कार्यक्रमों पर अधिक समय और धन खर्च करने की स्थिति में होंगी ।