PM on Unity: कांग्रेस की रीति-नीति पर किया जमकर प्रहार

Authored By: News Corridors Desk | 01 Nov 2025, 11:05 AM
news-banner

केवडिया (गुजरात)। सरदार पटेल की 150 वीं जयंति पर लौहपुरुष की नीतियों और सिद्धांतों को तिलांजलि देने का पूर्ववर्ती सरकारों पर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि काँग्रेस न सिर्फ अंग्रेजों की गुलामी की मानसिकता अपनाई बल्कि हमेशा आतंकवाद के आगे नतमस्तक रही।


राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर आयोजित भव्य समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने आजादी के बाद की नीतियों का हवाला देते हुए कहा कि उस दौर की सरकारों ने, सरदार साहब की नीतियों पर चलने की जगह, रीढ़विहीन रवैये को चुना। इसका परिणाम देश ने हिंसा और रक्तपात के रूप में झेला। उन्होंने कहा कि सरदार साहब ने जो नीतियां बनाईं, जो निर्णय लिए, उससे नया इतिहास रचा गया, नया इतिहास बनाया गया। 


कश्मीर


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कश्मीर पर काँग्रेस ने जो गलती की, उसकी आग में देश दशकों तक जला, कांग्रेस की लचर नीतियों के कारण कश्मीर का एक हिस्सा पाकिस्तान के अवैध कब्जे में चला गया। पाकिस्तान ने आतंकवाद को हवा दी, State sponsored terrorism को प्रश्रय दिया।
मोदी ने कहा, 'कश्मीर और देश को इतनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। लेकिन, फिर भी काँग्रेस हमेशा आतंकवाद के आगे नतमस्तक रही।'


विजन को तिलांजलि


प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने सरदार साहब के विजन को भुला दिया, लेकिन हम नहीं भूले। 2014 के बाद देश ने एक बार फिर उनकी प्रेरणा से भरी फौलादी इच्छाशक्ति को देखा है। आज कश्मीर आर्टिकल-370 की जंजीरो को तोड़कर पूरी तरह मुख्यधारा से जुड़ चुका है। 


ऑपरेशन सिंदूर


मोदी ने कहा कि आज पाकिस्तान और आतंक के आकाओं को भी पता चला है कि भारत की असली ताकत क्या है! ऑपरेशन सिंदूर में पूरी दुनिया ने देखा है, आज अगर कोई भारत पर आँख उठाता है, तो भारत घर में घुसकर मारता है।


नक्सलवाद


प्रधानमंत्री ने कहा कि वह  एकता नगर की धरती से पूरे देश को भरोसा दिलाते हैं कि जब तक देश नक्सलवाद माओवाद के आतंक से पूरी तरह मुक्त नहीं हो जाता, सरकार रुकने वाली नहीं हैं, चैन से बैठने वाले नहीं हैं।


घुसपैठिए


मोदी ने कहा कि देश की एकता और आंतरिक सुरक्षा को बहुत बड़ा खतरा घुसपैठियों से भी है। उन्होंने कहा कि देश के भीतर दशकों से विदेशी घुसपैठिए आते रहे, वो देशवासियों के संसाधनों पर कब्जा करते रहे, डेमोग्राफी का संतुलन बिगाड़ते रहे, देश की एकता दांव पर लगाते रहे, लेकिन, पुरानी सरकारें इतनी बड़ी समस्या पर आँख मूँदे रहीं। वोटबैंक की राजनीति के लिए राष्ट्र की सुरक्षा को जानबूझकर खतरे में डाला गया। 


प्रधानमंत्री ने कहा, 'अब पहली बार देश ने इस बड़े खतरे के खिलाफ भी निर्णायक लड़ाई लड़ने की ठानी है। लाल किले से मैंने डेमोग्राफी मिशन का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग देशहित से ज्यादा, अपने स्वार्थ को ऊपर रख रहे हैं। ये लोग घुसपैठियों को अधिकार दिलाने के लिए राजनैतिक लड़ाई लड़ रहे हैं। 


संविधान


पीएम ने कहा कि लोकतन्त्र में मतभेद स्वीकार्य हैं, मनभेद नहीं होना चाहिए। लेकिन विडम्बना देखिए, आज़ादी के बाद जिन लोगों को देश ने दायित्व सौंपा, उन्हीं लोगों ने ‘we the people’ की स्पिरिट की हत्या करने का प्रयास किया। उन्होंने अपनी सोच और विचारधारा से अलग हर व्यक्ति और संगठन का तिरस्कार किया, उसे discredit करने की कोशिश की। देश में राजनैतिक छुआछूत को एक कल्चर बना दिया गया था। 


कांग्रेस पर निशाना


मोदी ने कहा कि काँग्रेस ने अंग्रेजों से केवल पार्टी और सत्ता नहीं पाई, बल्कि कांग्रेस ने गुलामी की मानसिकता को भी आत्मसात कर लिया। 'आप देखिए, अभी कुछ दिन बाद ही हमारे राष्ट्रगीत वन्दे-मातरम के 150 साल होने जा रहे हैं।


जो काम अंग्रेज़ नहीं कर पाए, वो काम काँग्रेस ने कर दिया। काँग्रेस ने मजहबी आधार पर वन्देमातरम के एक हिस्से को ही हटा दिया। यानी, काँग्रेस ने समाज को भी बांटा, और अंग्रेजों के एजेंडे को भी आगे बढ़ाया।'


प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं आज एक बात बहुत जिम्मेदारी से कह रहा हूं- जिस दिन काँग्रेस ने वन्देमातरम को तोड़ने का, काटने का, विभाजित करने का फैसला लिया था, उसी दिन उसने भारत के विभाजन की नींव डाल दी थी। काँग्रेस ने वो पाप नहीं किया होता, तो आज भारत की तस्वीर कुछ और होती!'