राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सिकंदराबाद स्थित राष्ट्रपति निलयम में भारतीय कला महोत्सव के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया।
नौ दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव का आयोजन राष्ट्रपति निलयम द्वारा संस्कृति मंत्रालय, वस्त्र मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है।
उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय कला महोत्सव के पहले संस्करण में लोगों को पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रूबरू कराया गया था। इस बार, हमें पश्चिमी भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को देखने और समझने का मौका मिला है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस महोत्सव के दौरान, आगंतुक गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, गोवा, दमन और दीव, तथा दादरा और नगर हवेली के हस्तशिल्प, नृत्य, संगीत, साहित्य और व्यंजनों के ज़रिए भारत के पश्चिमी क्षेत्रों की लोक संस्कृति की झलक देख सकेंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार लोगों, खासकर युवाओं को सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने के लिए कई कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय कला महोत्सव जैसे आयोजन विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को एक-दूसरे को समझने में मदद करते हैं और यह समझ हमारे नज़रिए को और व्यापक बनाती है। इसके अलावा, ऐसे आयोजन हमारी सांस्कृतिक विरासत के प्रति सम्मान बढ़ाते हैं और इसे संरक्षित करने के लिए प्रेरित भी करते हैं।
राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि बड़ी तादाद में लोग भारतीय कला महोत्सव में शामिल होंगे और इस उत्सव का आनंद लेंगे।
भारतीय कला महोत्सव 22 से 30 नवंबर, 2025 तक सुबह 10:00 बजे से रात 8:00 बजे तक जनता के लिए खुला रहेगा। इसके लिए प्रवेश निःशुल्क है।