जम्मू-कश्मीर पहुंच बोले राजनाथ- आतंकियों ने धर्म देखकर मारा, हमने कर्म देखकर मारा

Authored By: News Corridors Desk | 15 May 2025, 03:39 PM
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भारत ने हाल ही में "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया। इस कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के हथियारों, एयरबेस और आतंकी शिविरों को भी भारतीय सशस्त्र बलों ने नष्ट कर दिया। यह एक बड़ा सैन्य ऑपरेशन था, जिसके बाद पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा और भारत के कड़े रुख के आगे उसे सीजफायर की अपील करनी पड़ी।

रक्षा मंत्री का जम्मू-कश्मीर दौरा

ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे। श्रीनगर में उन्होंने पाकिस्तानी हमलों में इस्तेमाल किए गए हथियारों और गोले के मलबे का निरीक्षण किया। बादामी बाग छावनी में उन्होंने प्रदर्शित मलबे को देखा और सैन्य अधिकारियों से मौजूदा हालात पर ब्रीफिंग ली।

"धर्म नहीं, कर्म देखकर मारा"

जवानों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, “भारत ने सिर्फ डिफेंस नहीं किया, बल्कि हमला कर दिखाया। हमने उनकी छाती पर घाव किया है।” उन्होंने इस कार्रवाई को आतंकवाद के खिलाफ भारत की अब तक की सबसे कठोर और निर्णायक कार्रवाई बताया।

राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि, “उन्होंने धर्म देखकर मारा और हमने कर्म देखकर मारा है।” उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान आज भी कट्टरता और आतंक का समर्थन कर रहा है, जबकि भारत जवाबदेही और मानवता के मूल्यों पर चलता है।

राजनाथ सिंह ने भारतीय सैनिकों की सूझबूझ और बहादुरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने पाकिस्तान की सीमा पार चौकियों और बंकरों को जिस साहस और रणनीति से नष्ट किया, वह मिसाल है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर लोग जोश में होश खो देते हैं, लेकिन भारतीय सेना ने संतुलन बनाकर दुश्मन को करारा जवाब दिया।

पाकिस्तान को दी सख्त चेतावनी

रक्षा मंत्री ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान अगर अब भी भारत विरोधी तत्वों और आतंकी संगठनों को समर्थन देना बंद नहीं करता, तो उसे और गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि भारत की ज़मीन पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

श्रीनगर से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने सवाल उठाया कि क्या पाकिस्तान जैसे गैर-जिम्मेदार राष्ट्र के पास परमाणु हथियार सुरक्षित हैं? उन्होंने मांग की कि पाकिस्तान के एटमी हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में लिया जाए।

राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की गिरती आर्थिक हालत पर तंज कसते हुए कहा कि पाकिस्तान आज जिस हाल में है, वहां जहां वह खड़ा होता है, वहीं से कर्ज मांगने वालों की लाइन लग जाती है। वहीं भारत अब IMF को फंड देने वाले देशों में शामिल हो चुका है। यह भारत की आर्थिक प्रगति और पाकिस्तान की कर्ज पर निर्भरता का बड़ा अंतर दर्शाता है।