भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को गुजरात के भुज एयरबेस के दौरे पर हैं, जहां वे भारतीय सेना, वायुसेना, सीमा सुरक्षा बल (BSF) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवानों से मुलाकात करेंगे। इस दौरे का उद्देश्य सुरक्षा तैयारियों का जायज़ा लेना और जवानों का मनोबल बढ़ाना है।
सीनियर कमांडरों से लेंगे ऑपरेशनल जानकारी
इस दौरान दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ भी मौजूद रहेंगे। वे रक्षा मंत्री को स्वतंत्र इन्फैंट्री ब्रिगेड और बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा बलों की भूमिका, सुरक्षा स्थिति और उनकी तैयारी की जानकारी देंगे।
गुजरात का पाकिस्तान के साथ 508 किलोमीटर लंबा बॉर्डर है। हाल ही में भारत-पाक तनाव के बीच इस इलाके को ड्रोन हमलों के जरिए निशाना बनाया गया था। भुज एयरबेस पर भी एक कथित पाकिस्तानी ड्रोन हमले की खबर सामने आई थी, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने प्रभावी ढंग से नाकाम किया।
राजनाथ सिंह ने जताई जवानों की बहादुरी की सराहना
अपने सोशल मीडिया पोस्ट में राजनाथ सिंह ने कहा,
"नई दिल्ली से भुज (गुजरात) के लिए रवाना हो रहा हूं। भुज वायु सेना स्टेशन पर हमारे साहसी योद्धाओं से बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं। इसके अलावा, मैं स्मृतिवन भी जाऊंगा।"
यह दौरा विशेष रूप से उन जवानों के साहस, परिचालन उत्कृष्टता और उच्च मनोबल की सराहना के लिए है, जो ड्रोन जैसे उभरते खतरों से देश की सुरक्षा कर रहे हैं।
पिछले दिन जम्मू-कश्मीर में दी थी चेतावनी
इससे पहले गुरुवार को राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया, जो सैन्य संघर्ष का संवेदनशील क्षेत्र रहा है। श्रीनगर के बादामी बाग छावनी में सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा पर सवाल उठाए।
राजनाथ सिंह ने कहा: "क्या पाकिस्तान के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित हैं? मेरा मानना है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में लिया जाना चाहिए।"