भारतीय गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और कनाडा में छिपा उसका पूर्व सहयोगी गोल्डी बराड़ अब एक-दूसरे के कट्टर विरोधी बन चुके हैं। दोनों गैंग्स के बीच मतभेद की अटकलों को अब गोल्डी बराड़ की ओर से आए एक ऑडियो ने पूरी तरह से पुष्टि कर दी है। इस ऑडियो संदेश ने न केवल इनके बीच की दूरी को उजागर किया, बल्कि गिरोहों के आपसी टकराव की गंभीरता को भी सामने लाया है।
गोल्डी बराड़ का ऑडियो वायरल
गोल्डी बराड़ की ओर से सामने आए वॉयस मैसेज में उसने बताया कि हाल ही में गंगानगर में आशीष गुप्ता नाम के व्यक्ति पर हुआ हमला उसकी और रोहित गोदारा की साजिश थी। गोल्डी ने कहा, "उसे जानबूझकर पैर में गोली मारी गई, क्योंकि उसे मारना मकसद नहीं था। हमने हमला करवाया, लेकिन पोस्ट हमने नहीं डाली। जो पोस्ट डाली गई, वह अनमोल बिश्नोई के नाम से है। पता नहीं क्यों।"
गोल्डी ने साफ कहा कि अब उसकी और अनमोल बिश्नोई की नहीं बनती। यही नहीं, उसने यह भी बताया कि उसने और रोहित गोदारा ने अब लॉरेंस और अनमोल से दूरी बना ली है और अपनी अलग गैंग बना ली है।
गोल्डी बराड़ ने ऑडियो में यह भी कहा कि राजस्थान के झुंझुनू, अजमेर और कुछ अन्य क्षेत्रों में उसे लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि वह ISI और पाकिस्तान के लिए फिरौती मांग रहा है। गोल्डी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "कृपया बिना तथ्य के खबर न चलाएं। किसी को देशभक्त या गद्दार कहना बहुत बड़ा आरोप होता है।"
लॉरेंस बिश्नोई और अनमोल से क्यों टूटी दोस्ती?
गोल्डी के आरोपों के अनुसार, अमेरिका में फर्जी इमिग्रेशन पेपर्स के मामले में गिरफ्तार अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी के बाद लॉरेंस और अनमोल को यह लगा कि गोल्डी और रोहित गोदारा ने उनकी मदद नहीं की। यहीं से दोनों गुटों में दरार आ गई। अब गोल्डी और रोहित ने मिलकर लॉरेंस-गुट से अलग अपनी गैंग बना ली है और दोनों गुटों के बीच सीधी भिड़ंत की स्थिति बन गई है।
कौन है गोल्डी बराड़?
गोल्डी बराड़ का असली नाम सतिंदरजीत सिंह (या सतविंदर सिंह) है। वह मूल रूप से पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले का रहने वाला है और वर्तमान में कनाडा में छिपा हुआ है। पहले वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का अहम हिस्सा था। भारत में वह हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, और ड्रग तस्करी जैसे कई गंभीर अपराधों में वांछित है। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के पीछे भी उसका नाम सामने आया था।
कौन है लॉरेंस बिश्नोई?
लॉरेंस बिश्नोई पंजाब के फाजिल्का जिले के दुत्तारांवाली गांव का रहने वाला एक कुख्यात गैंगस्टर है। वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सरगना है, जो भारत के कई राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में सक्रिय है। 1993 में जन्मे लॉरेंस ने छात्र राजनीति से अपराध की दुनिया में कदम रखा और देखते ही देखते एक बड़े आपराधिक गिरोह का मुखिया बन गया।
गोल्डी और लॉरेंस के बीच बढ़ती तकरार अब खुले टकराव में बदलती नजर आ रही है। दोनों गुट अलग-अलग गैंग ऑपरेट कर रहे हैं और एक-दूसरे के खिलाफ साजिशें रच रहे हैं। इससे आने वाले समय में भारत में गैंगवार की घटनाएं और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, जिससे कानून व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है।