अमेरिका में इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या, जानें पूरा मामला

Authored By: News Corridors Desk | 22 May 2025, 10:41 AM
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वाशिंगटन डीसी, जो अमेरिका की राजधानी और दुनिया की सबसे सुरक्षित जगहों में से एक मानी जाती है, वहां से बुधवार शाम एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना यहूदी म्यूजियम के पास घटी, जो कि FBI के फील्ड ऑफिस से कुछ ही दूरी पर स्थित है।

‘Free Palestine’ चिल्लाया हमलावर

प्राप्त जानकारी के अनुसार, गोलीबारी के तुरंत बाद संदिग्ध को घटनास्थल से ही हिरासत में ले लिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वह व्यक्ति घटना से पहले म्यूजियम के बाहर टहल रहा था और गिरफ्तारी के दौरान "Free Palestine" के नारे लगा रहा था। पुलिस ने उसकी पहचान 30 वर्षीय एलियास रोड्रिगेज के रूप में की है, जो शिकागो का निवासी है।

मारे गए युवक और युवती की होने वाली थी सगाई

मेट्रोपॉलिटन पुलिस की प्रमुख पामेला स्मिथ ने बताया कि मृतकों में एक पुरुष और एक महिला शामिल हैं, जो यहूदी म्यूजियम में आयोजित एक कार्यक्रम से बाहर निकल रहे थे। तभी संदिग्ध ने चार लोगों के एक समूह पर गोलियां चला दीं। अमेरिका में इजरायल के राजदूत येचिएल लीटर ने बताया कि मृतक जोड़ा जल्द सगाई करने वाला था। पुरुष ने अगले सप्ताह यरुशलम में प्रपोज करने के लिए एक अंगूठी भी खरीदी थी।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कड़ा बयान

घटना के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा, “यह एक भयानक और यहूदी-विरोधी भावना पर आधारित घटना है। अमेरिका में नफरत और कट्टरपंथ के लिए कोई जगह नहीं है। यह अब समाप्त होनी चाहिए। मैं पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”

इजरायली दूतावास के प्रवक्ता ताल नैम ने कहा, “वाशिंगटन डीसी में एक यहूदी कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान हमारे दो कर्मचारियों पर नज़दीक से गोलीबारी की गई। हमें अमेरिकी कानून एजेंसियों पर भरोसा है कि वे अपराधी को न्याय के कटघरे में लाएंगे।”

FBI प्रमुख काश पटेल और UN में इजरायल के राजदूत का बयान

FBI के प्रमुख काश पटेल ने कहा, “हम वाशिंगटन फील्ड ऑफिस के पास हुई गोलीबारी की घटना की पूरी जानकारी ले रहे हैं। हमारी टीम जांच में जुटी है। पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करें।”

वहीं संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत डैनी डैनन ने इसे यहूदी विरोधी आतंकवाद का घृणित कृत्य बताया और विश्वास जताया कि अमेरिका इस अपराध के जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।