लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के पुलिस महकमे में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के रील बनाने और उसे इंस्टाग्राम , एक्स और मेटा जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर वाइरल करने की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में स्पष्ट कहा कि वर्दी केवल शक्ति का प्रतीक नहीं है बल्कि अनुशासन, मर्यादा और सेवा का दायित्व है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पुलिस का आचरण जनता के विश्वास का आधार होता है। इसलिए ड्यूटी के दौरान प्रचार या दिखावे की जगह सेवा और संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में पहले से ही "उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पॉलिसी 2023" लागू है लेकिन कुछ पुलिस कर्मी इसका उल्लंघन करते रहे हैं।पुलिसकर्मियों द्वारा रील, कंटेंट से कमाई गई संपत्ति CCS Conduct Rules के खिलाफ़ माना गया है ।
अब यूपी पुलिस में फैली इस 'रील रोग' की बीमारी के विरुद्ध खुद प्रदेश के मुखिया ने तेवर दिखाए हैं और रीलबाज़ पुलिसकर्मियों के लिए सख़्त आदेश दिया है कि उन्हें तैनाती नहीं दी जाएगी ।
बैठक में सीएम ने आने वाले पर्वो कार्तिक पूर्णिमा, गुरु नानक जयंती , देव दीपावली बलिया में होने वाले ददरी मेला और हापुड़ में होने वाले गढमुक्तेश्वर मेला की तैयारियों की समीक्षा की।