राहुल गांधी ने चुनाव में धांधली के गिनाए सबूत, तो चुनाव आयोग ने मांगा हलफनामा

Authored By: News Corridors Desk | 07 Aug 2025, 04:35 PM
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से चुनाव आयोग पर चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाए हैं ।उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में धांधली हुई और बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर फर्जी वोट जोड़े गए ।

नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय (AICC) में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कंप्यूटर प्रेजेंटेशन के ज़रिए अपने आरोपों को साबित करने की कोशिश की । उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव से पहले 40 लाख से ज्यादा संदिग्ध वोटर शामिल किए गए ।

 राहुल गांधी ने यह भी सवाल उठाया कि मतदान समाप्त होने के तय समय के बाद यानी शाम 5 बजे के बाद बड़ी संख्या में वोट कैसे डाले गए? उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की टीम ने छह महीने तक कागज़ातों की जांच की और उसके बाद इन तथ्यों को उजागर किया । राहुल ने चुनाव आयोग पर डिजिटल वोटर लिस्ट न देने का भी आरोप लगाया । 

कर्नाटक में महादेवपुरा सीट पर भारी धांधली का दावा

राहुल गांधी ने कर्नाटक का उदाहरण देते हुए कहा कि बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट बीजेपी ने केवल एक विधानसभा क्षेत्र, महादेवपुरा, में भारी बढ़त से जीती, जहां एक लाख फर्जी वोटर जोड़े गए थे।कांग्रेस नेता ने कहा कि वोटर लिस्ट में दर्जनों ऐसे नाम हैं जिन मतदाताओं के घर का नंबर जीरो था पिता के नाम के कॉलम में अंग्रेजी के अक्षर लिखे हुए थे ।

राहुल गांधी ने कहा कि तीन तरह से धांधली की गई । वोटर लिस्ट में या तो घर का पता होता ही है नहीं है, या तो फिर एड्रेस जीरो है, हाउस नंबर जीरो, स्ट्रीट नंबर जीरो, या फिर घर के पते को वैरीफाइड ही नहीं किया जा सकता है । उन्होंने कहा कि ऐसे ऐसे 40 हजार वोटर हैं ।

राहुल ने दावा किया कि वोटर लिस्ट के मुताबिक एक घर में एक घर में 80 मतदाता रह रहे थे । इसी तरह 4132 वोटर्स ऐसे थे जिनके फोटो स्पष्ट नहीं थे या उनकी तस्वीरें काफी छोटी थीं । उन्होंने फर्स्ट टाइम वोटर के नाम भी काफी गड़बड़ियों की बात कही । 

मध्य प्रदेश और हरियाणा के चुनाव नतीजों पर भी संदेह

राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश और और हरियाणा के चुनाव परिणामों पर भी संदेह जताया है । लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, "एग्जिट पोल, ओपिनियन पोल एक बात कहते हैं, जैसा आपने हरियाणा और मध्य प्रदेश चुनाव में देखा । लेकिन फिर अचानक परिणाम पूरी तरह से अलग दिशा में चले जाते हैं। 

राहुल गांधी ने कहा कि हमारी पार्टी का आंतरिक सर्वे भी कुछ और ही दिखा रहा था लेकिन नतीजा कुछ और आया । राहुल गांधी ने कर्नाटक का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस का आंतरिक सर्वेक्षण जहां 16 सीटों पर जीत का अनुमान लगा रहा था, वहां पार्टी को केवल 9 सीटें मिलीं। 

"बीजेपी पर सत्ता विरोधी लहर का असर नहीं होता"

राहुल गांधी ने बीजेपी पर भी सीधा निशाना साधते हुए कहा कि हर लोकतंत्र में सत्ता-विरोधी भावना होती है जो सभी पार्टियों को प्रभावित करती है ।  लेकिन बीजेपी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसपर इसका कोई असर नहीं होता। यह बात सामान्य नहीं है। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा एक के बाद एक मिलने वाली अप्रत्याशित जीत, एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल का गलत होना और मीडिया द्वारा बीजेपी के पक्ष में बनाया गया संगठित माहौल संदेह को और गहरा करती हैं । उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि चुनावी कार्यक्रम की योजना भी रणनीतिक तरीके से बनाई जाती है।

चुनाव आयोग की कड़ी प्रतिक्रिया, हलफनामा मांगा

राहुल गांधी के इन आरोपों को चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है और कड़ी प्रतिक्रिया दी है । आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को बेहद गंभीर बताया है और आरोपों को लेकर हलफनामा देने को कहा है । चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि उन्होंने मतदाता सूची में फर्जी नाम, पते या पहचान से जुड़ी धांधली के यदि आरोप लगाए हैं, तो उसके प्रमाण के साथ शपथ पत्र (Declaration/Oath) पर हस्ताक्षर करें । यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो अपने बयान वापस लें और जनता को गुमराह करना बंद करें । 

चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि अगर राहुल गांधी झूठी जानकारी देते हैं तो उन पर RP Act 1950 की धारा 31 और भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 227 के तहत कानूनी कार्रवाई हो सकती है । बता दें कि राहुल गांधी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद से ही लगातार चुनाव आयोग पर धांधली के आरोप लगा रहे हैं । हालांकि अबतक वो अपने आरोपों की पुष्टि के लिए कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाए हैं । उधर चुनाव आयोग ने उनके आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है ।